मौसम बदलते ही वायरल इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता ऐसे में व्यक्ति को सर्दी-खांसी, जुकाम, बुखार, फ्लू , वायरल, नाक बहना, गले में दर्द, सिरदर्द और बॉडी पेन होना तो तय है , पुरे उत्तर भारत में मौसम में बदलाव देखने को मिला है, ऐसे में लोगो के बीमार होने की संख्या तेजी बढ़ रही हैं, अगर आपको इनमे से कोई भी लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो समझिये आप बीमार होने वाले हैं। ऐसे में आपको पहले ही सतर्क हो जाना चाहिए जर्म्स और वायरल से बचने के उपाय सोचने चाहिए जिससे की आप इनसे बच सके जैसे की पहले से इन्फेक्टेड पर्सन के संपर्क मेर आने से बचे , कही ऐसी जगह पर न जाये जहा पर गंदगी हो , जर्म्स होने के चांस हो उस जगह पर न ही जाये , हमेसा खाना खाने से पहले हाथ को अच्छी तरह से जरूर धोये। इसके साथ ही वायरल इन्फेक्शन से बचने के लिए आपका इम्युनिटी सिस्टम का स्ट्रांग होना बेहद जरुरी हैं , इम्युनिटी रोगो से लड़ने में सहायता करते हैं , और रोग प्रतिरोधक छमता बढ़ाते हैं , जितना अच्छा आपका इम्युनिटी सिस्टम होगा उतना ही आप रोगो से दूर रह सकते हैं, आईये जानते हैं कुछ ऐसे आयुर्वेदिक नुस्खे के बारे में जो वायरल इन्फेक्शन से दूर रखने में मदद करते हैं, साथ ही साथ इम्युनिटी सिस्टम को स्ट्रॉंग बनाते हैं।
आयुर्वेद बदलते मौसम में इम्युनिटी सिस्टम को स्ट्रांग बनाये ( Ayurveda makes the immune system strong in the changing season )
थोड़ा सा भी सर्दी, जुखाम, वायरल या इंफेक्शन होते ही हम सीधा डॉक्टर के पास पहुंच जाते हैं , और डॉक्टर हमे वही एलोपैथिक दवाई दे देते हैं जो हमे नुकसान भी पहुँचती हैं , इससे बेहतर हैं की एलोपैथिक दवाई के बजाय हम आयुर्वेदिक नुस्खे अपनाये जिनका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता हैं , और अंदर से शरीर को स्ट्रांग भी बनाता हैं और वायरल इन्फेक्शन से शरीर को बचाता हैं , सर्दी, जुखाम, वायरल या इंफेक्शन में आयुर्वेद बहुत ही मददगार साबित होते हैं, आयुर्वेद में बहुत से ऐसे नुस्खे बातये गए हैं जिनका उपयोग कई सालों से होता चला आ रहा हैं।
तुलसी खांसी और जुकाम में फायदा करती है ( Tulsi benefits in cough and cold – in Hindi )
तुलसी के अनगिनत स्वास्थ फायदे हैं सर्दी जुखाम से लेकर कैंसर तक में उपयोगी हैं , यह बहुत ही आसानी से सभी घरो में मिल जाने वाली आयुर्वेदिक औषधी हैं। आयुर्वेद में तुलसी को बहुत अधिक महतत्व दिया गया हैं, क्योकि तुलसी में ऐंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज पायी जाती हैं , तुलसी एक ऐसा पौधा होता हैं जिसका हिन्दू धर्म में सभी घरों में पूजन भी होता हैं , तुलसी पूरी तरह से फायदेमंद हैं क्योकि तुलसी की जड़, पत्ती और इसके बीज भी बहुत फायदेमंद हैं। तुलसी का सेवन करने से बहुत सी बिमारियों से छुटकारा मिल जाता हैं जैसे सर्दी, जुखाम, गला खराब , शरीर में कमजोरी, इम्युनिटी सिस्टम स्ट्रांग बनाये , बुखार में लाभदायक, बुखार होने पर इसका काढ़ा बनाकर पीने से बहुत लाभ होता हैं। 8 -10 तुलसी के पत्ते , 2 -4 लौंग, अदरक और काली मिर्च को उबाल कर पीने से बुखार में बहुत फायदा होता हैं साथ ही साथ सर्दी, जुखाम, खांसी में भी लाभ होता हैं।
वायरल इन्फेक्शन्स में हल्दी के फायदे ( Benefits of turmeric in viral infections – in hindi )
हल्दी सभी घरो में रोजाना मसालों के रूप में जरूर इस्तेमाल होती हैं। हल्दी का सिर्फ खाना पकाने में नहीं बल्कि इसके बहुत से उपयोग हैं जो स्वास्थ के लिहाज से बहुत फायदेमंद हैं। हल्दी इन्फेक्शन्स से लड़ने में बेस्ट रेमेडी के रूप में मानी जाती हैं, जिसका इस्तेमाल सदियों से चलता चला आ रहा हैं। हल्दी में एंटी इंफ्लेमेटरी (Anti-inflammatory) और एंटी ऑक्सीडेंट (Antioxidant) प्रॉपर्टीज पायी जाती हैं। हल्दी को अंग्रेजी में Curcumin बोला जाता हैं। हल्दी के बहुत से फायदे हैं जैसे वायरल इन्फेक्शन, ऑस्टिओआर्थइरिस्ट , डायबिटीज , स्किन हेल्थ , एल्ज़ीमर्स आदि. हल्दी दूध भी बहुत फायदेमंद होता हैं जो शरीर को स्ट्रांग तथा इम्युनिटी सिस्टम को स्ट्रांग बनाता हैं।
वायरल इन्फेक्शन्स में अश्वगंधा के फायदे ( Benefits of Ashwagandha in viral infections – in Hindi )
अश्वगंधा को सुपरफूड के नाम से जाना जाता हैं, इसे आयुर्वेद का राजा भी कहा जाता हैं ,क्योकि इसमें ऐसे सभी गुण हैं जो हर तरह की बिमारियों में उपयोगी हैं, अश्वगंधा को इंडियन जिनसेंग भी कहते हैं। अंग्रेजी में इसे Withania somnifera के नाम से जाना जाता हैं. अश्वगंधा जड़ी-बूटी इन्फेक्शन से होने वाली बीमारयों से रक्षा करता हैं. जैसे सर्दी, जुखाम , खांसी , वायरल आदि। अश्वगंधा शरीर में ताकत , स्फूर्ति पैदा करता हैं सह ही शरीर को बिना किसी साइड इफ़ेक्ट के स्ट्रांग बनाता हैं , यह दुर्बल्य शरीर के लोगो की लिए बहुत ही फायदेमंद औषधी हैं इसको खाने से बजन बढ़ता हैं साथ ही लम्बाई बढ़ाने के लिए बहुत ही बढ़िया जड़ी बूटी हैं. अश्वगंधा इम्युनिटी सिस्टम को भी स्ट्रांग बनाता हैं जिससे बीमार होने के बहुत कम चांस होते हैं। अश्वगंधा आपको पाउडर (Powder) , जड़ (Root) और टैबलेट (Tablate) के रूप में मिल जाएगी , अश्वगंधा मेंस (Mens) हेल्थ के लिए बहुत ही फायदेमंद हैं, यह थकान और स्ट्रेस को भी दूर।
वायरल इन्फेक्शन्स में अदरक के फायदे ( Ginger benefits in viral – in Hindi )
अदरक का इस्तेमाल घरो में सालों – साल से होता चला आ रहा हैं. मसालों के रूप में , खाने को स्वादिष्ट बनाने में किया जाता हैं। अदरक में एन्टी माइक्रोबियल (Anti-microbial), एन्टी ऑक्सीडेंट (Anti-oxidant), एन्टी इंफ्लेमेटरी (Anti-inflammatory) प्रॉपर्टीज पायी जाती हैं जो वायरल इन्फेक्शन और रोगो से लड़ने में सहायता करते हैं। अदरक बहुत से रोगो में लाभदाययक हैं जैसे की सर्दी, खांसी, जुखाम, वायरल, बुखार, नाक बंद, ठंड लगना इन सब में अदरक को पानी में उबाल कर या फिर सूप पीने से फायदा होता हैं। अदरक से पाचन क्रिया ठीक होती हैं तथा खाना आराम से पचता हैं। अदरक इम्युनिटी सिस्टम (Immunity system) को भी स्ट्रांग बनाती हैं। सर्दियों में अदरक का सेवन करने से बहुत लाभ होता हैं हर किसी को अवश्य करना चाहिए।
वायरल इन्फेक्शन्स में शहद के फायदे ( Honey benefits in viral – in Hindi )
शहद के खाने के अनगिनत स्वास्थ फायदे हैं , शहद बहुत ही गुणकारी तथा स्वादिष्ट होती हैं , सर्दियों में शहद खाना स्वास्थ के हिसाब से बेहद फायदेमंद माना जाता हैं , अधिकतर सर्दियों में ही सर्दी, जुखाम, खांसी होती हैं ऐसे में शहद बहुत ही लाभकारी होती हैं। छोटे बच्चो को सेहद का सेवन कराने से उन्हें सर्दी, जुखाम नहीं होता हैं। इसके साथ ही शहद उच्च रक्त चाप , पाचन , खून की कमी , स्वस्थ दिल के लिए , दुर्वलता दूर करने में , त्वचा सम्बंधित रोग, नींद न आना आदि में लाभदायक हैं। शहद खाने से हड्डियां भी मजबूत होती हैं क्योकि शहद में विटामिन्स मिनरल्स जैसे की कैल्शियम कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन ए, बी, सी, आयरन, मैगनीशियम, कैल्शियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम, सोडियम आदि पाए जाते हैं , शहद शरीर में ऊर्जा स्फूर्ति और ताकत भर देती हैं तथा इम्युनिटी (Immunity) को स्ट्रांग बनाती हैं।